अप्रैल
|
1956
|
भारत के प्रथम राष्ट्रपति स्व.डॉ.राजेन्द्र प्रसाद द्वारा कारखाने का शिलान्यास
|
अगस्त
|
1961
|
बनारस रेल इंजन कारखाना ( पूर्व में डीजल रेल इंजन कारखाना )का प्रादुर्भाव
|
जनवरी
|
1964
|
स्व.श्री लाल बहादुर शास्त्री द्वारा बड़ी लाइन के प्रथम रेल इंजन (डबल्यू.डी.एम.-2) का लोकार्पण
|
नवम्बर
|
1968
|
स्व.श्री मोरारजी देसाई द्वारा प्रथम मीटर लाइन के रेल इंजन (वाई.डी.एम.-4) का लोकार्पण
|
फरवरी
|
1975
|
बड़ी लाइन के प्रथम शंटिंग रेल इंजन (डबल्यू.डी.एस.-6) का निर्माण
|
जनवरी
|
1976
|
तंजानिया को रेल इंजनों का निर्यात
|
मार्च
|
1977
|
1000वें रेल इंजन का निर्माण
|
दिसम्बर
|
1977
|
प्रथम डीजल जनित्र सेट का लोकार्पण
|
मई
|
1984
|
वियतनाम को रेल इंजनों का निर्यात
|
अगस्त
|
1994
|
प्रथम 3100 अ.श. डबल्यू.डी.एम.2सी रेल इंजन का लोकार्पण
|
अप्रैल
|
1995
|
प्रथम 2300 अ.श.डबल्यू.डी.पी. 1 पैसेन्जर रेल इंजन का लोकार्पण
|
जुलाई
|
1995
|
प्रथम 3100 अ.श.डबल्यू.डी.जी. 2 फ्रेट रेल इंजन का लोकार्पण
|
दिसम्बर
|
1995
|
श्री लंका को रेल इंजनों का निर्यात
|
अप्रैल
|
1996
|
बांगलादेश को रेल इंजनों का निर्यात
|
फरवरी
|
1997
|
आई.एस.ओ.-9002 प्रमाण-पत्र से पुरस्कृत
|
अगस्त
|
1998
|
प्रथम 3100 अ.श. डबल्यू.डी.पी. 2 पैसेन्जर रेल इंजन का लोकार्पण
|
मार्च
|
1999
|
4000वें रेल इंजन का निर्माण
|
अगस्त
|
1999
|
प्रथम पी.के.डी. डबल्यू. डी.जी. 4 रेल इंजन का लोकार्पण
|
मार्च
|
2001
|
आई.एस.ओ.-14001 प्रमाण-पत्र से पुरस्कृत
|
अप्रैल
|
2002
|
बरेका निर्मित प्रथम 4000 अ. श. डबल्यू.डी.जी. 4 रेल इंजन का लोकार्पण
|
जून
|
2002
|
बरेका निर्मित प्रथम 3300 अ. श. डबल्यू.डी.जी. 3 सी रेल इंजन का लोकार्पण
|
जून
|
2005
|
2.4 मेगा वाट के डीजल जनित्र सेट का लोकार्पण
|
सितम्बर
|
2005
|
ओहसास-18001:1999 से प्रमाणित।
|
नवम्बर
|
2006
|
प्रथम आई.जी.बी.टी. आधारित डबल्यू.डी.जी. 4 रेल इंजन का निर्माण
|
जनवरी
|
2007
|
5000वें रेल इंजन का निर्माण
|
नवम्बर
|
2008
|
मोजाम्बिक को रेल इंजनों का निर्यात
|
अक्टूबर
|
2010
|
प्रथम डुएल कैब डबल्यू.डी.पी. 4डी रेल इंजन का निर्माण
|
फरवरी
|
2012
|
प्रथम 5500 अश्व शक्ति डबल्यू.डी.जी. 5 रेल इंजन का निर्माण
|
नवम्बर
|
2012
|
प्रथम डुएल कैब डबल्यू.डी.जी. 4डी रेल इंजन का निर्माण
|
जनवरी
|
2013
|
स्वर्ण जयंती वर्ष में प्रवेश
|
अप्रैल
|
2013
|
बरेका को भारतीय रेल के ‘सर्वश्रेष्ठ उत्पादन इकाई 2012-13’ का पुरस्कार
|
जुलाई
|
2013
|
1000वें उच्च अश्व शक्ति रेल इंजन का निर्माण
|
जनवरी
|
2014
|
स्वर्ण जयंती रेल इंजन डबल्यू.डी.पी. 4बी ‘प्रतीक’ का निर्माण
|
दिसम्बर
|
2014
|
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा बरेका के विस्तारीकरण परियोजना का शुभारम्भ
|
अप्रैल
|
2016
|
रेल मंत्रालय द्वारा बरेका को भारतीय रेल के “सर्वश्रेष्ठ उत्पादन इकाई 2015-16” का पुरस्कार
|
अप्रैल
|
2016
|
वैकूम टाइप बायो-टॉयलेट सुविधा से युक्त प्रथम रेल इंजन डब्ल्यू.डी.जी.-4डी का निर्माण
|
अक्टूबर
|
2016
|
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा बरेका के विस्तारीकरण परियोजना के प्रथम चरण का लोकार्पण
|
दिसम्बर
|
2016
|
2000वें उच्च अश्व शक्ति रेल इंजन का माननीय रेल राज्य मंत्री द्वारा लोकार्पण
|
फरवरी
|
2017
|
प्रथम विद्युत लोकोमोटिव डबल्यूएपी 7 का निर्माण
|
मार्च
|
2017
|
ब.रे.का. ने ऊर्जा प्रबंधन हेतु आईएसओ 50001: 2011 का प्रमाणीकरण प्राप्त किया. साथ ही ग्रीनको ग्रीन कंपनी रेटिंग सिस्टम के अंतर्गत ग्रीनको सिल्वर रेटिंग प्राप्त किया
|
मार्च
|
2017
|
317 उच्च अश्व शक्ति एवं 2 विद्युत रेल इंजनों सहित किसी भी एक वित्त वर्ष की अवधि में अब तक के सर्वाधिक 334 लोकोमोटिव का उत्पादन
|
अप्रैल
|
2017
|
रेल मंत्रालय द्वारा लगातार दूसरे वर्ष डीरेका को भारतीय रेल के “सर्वश्रेष्ठ उत्पादन इकाई 2016-17” का पुरस्कार
|
अगस्त
|
2017
|
धातु सामग्रियों के फ्यूजन वेल्डिंग हेतु आईएसओ 3834 का प्रमाणीकरण प्राप्त किया
|
जनवरी
|
2018
|
प्रयोगशालाओं के लिए एनएबीएल मान्यता प्राप्त की
|
मार्च
|
2018
|
दो पुराने एल्को डीजल रेल इंजनों (WDG3A) को विद्युत् रेल इंजन (WAGC3) में सफलतापूर्वक रूपांतरित किया गया. यह दुनिया में पहली बार हुआ है.
बरेका में 5 एस कार्यस्थल प्रबंधन प्रणाली का कार्यान्वयन
|
अप्रैल
|
2018
|
रेल मंत्रालय द्वारा लगातार तीसरे वर्ष बरेका को भारतीय रेल के “सर्वश्रेष्ठ उत्पादन इकाई 2017-18” का पुरस्कार
|
दिसम्बर
|
2018
|
दो पुराने एच एच पी डीजल रेल इंजनों (WDG4) को विद्युत् रेल इंजन (WAG11) में सफलतापूर्वक रूपांतरित किया गया.
|
जनवरी
|
2020
|
IRIS प्रमाणन प्राप्त किया
|
मार्च
|
2020
|
प्रथम बार दोहरे कर्षण रेल इंजन WDAP5 का निर्माण
|
जनवरी
|
2021
|
ब.रे.का. ने ऊर्जा प्रबंधन हेतु आईएसओ 50001: 2018 का प्रमाणीकरण प्राप्त किया.
|
दिसम्बर
|
2021
|
डीरेका को भारतीय रेल के “सर्वश्रेष्ठ उत्पादन इकाई 2020-21” का पुरस्कार
|
दिसम्बर
|
2021
|
एक माह में रिकॉर्ड सर्वाधिक 45 रेल इंजनों का उत्पादन
|
जनवरी
|
2022
|
1000 वें विद्युत लोकोमोटिव का निर्माण
|
मार्च
|
2022
|
वित्तीय वर्ष 2021-22 में रिकॉर्ड सर्वाधिक 367 रेल इंजनों का उत्पादन
|
नवम्बर
|
2022
|
एक माह में रिकॉर्ड सर्वाधिक 52 लोको सेट विद्युत लोको बोगी का निर्माण
|
दिसम्बर
|
2022
|
WAG9H लोको हेतु लगातार दो माह 8-8 पाइपिंग व पेंटिंग सहित शेल असेम्बली का निर्माण
|
जून
|
2023
|
1500 वें विद्युत लोकोमोटिव का निर्माण
एक माह में रिकॉर्ड सर्वाधिक 51 रेल इंजनों का उत्पादन
|